■ झूठे मामले में फंसाकर बिल्डिंग गिराने की दी धमकी।
मुंबई वार्ता/सतीश सोनी

नालासोपारा में एक बिल्डर ने पुलिस द्वारा परेशान किए जाने के बाद आत्महत्या कर ली। बिल्डर का नाम जयप्रकाश चौहान है और उसने आत्महत्या करने से पहले एक नोट लिखा था। इसमें उसने पुलिस कर्मियों श्याम शिंदे और राजेश महाजन का नाम लेते हुए कहा कि वे मौत के लिए जिम्मेदार हैं। इस घटना से नालासोपारा में हड़कंप मच गया है।
स्वर्गीय जयप्रकाश चौहान ने पूर्व नालासोपारा के संयुक्त नगर में ओम श्री दर्शन बिल्डिंग को पुनर्विकास के लिए लिया था। पुलिस कांस्टेबल श्याम शिंदे ने अपने रिश्तेदार के जरिए निर्माण के लिए ५० लाख रुपये की निधि दी थी। उन्होंने एक साल में राशि दोगुनी करने का वादा करके पैसे दिए। उन्होंने सुरक्षा के तौर पर चार फ्लैट भी अपने कब्जे में ले लिए।चूंकि इमारत के निर्माण में एक साल से अधिक समय लग गया, इसलिए पुलिस कांस्टेबल शाम शिंदे और उसके साथी राजेश महाजन और बिचौलिए लाला लाजपत ने मृतक जयप्रकाश चौहान से पैसों की मांग की।
रिश्तेदारों और दोस्तों ने बताया कि जयप्रकाश ने श्याम शिंदे को 32 लाख रुपए दिए थे, जिसमें २२ लाख रुपए ऑनलाइन और १० लाख रुपए नकद थे। हालांकि, श्याम शिंदे और उसके साथी महाजन अभी भी पैसे के लिए जयप्रकाश को परेशान कर रहे थे।
चौहान परिवार ने दावा किया कि श्याम शिंदे ने उन्हें झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी थी। श्याम शिंदे की प्रताड़ना से तंग आकर जयप्रकाश चौहान ने आखिरकार अपने बेटे के घर पर पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। उन्होंने एक नोट में लिखा कि वह पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर रहे हैं।
■ पुलिस ने क्या कहा?
इस बीच, बिल्डर जयप्रकाश चौहान की बेटी द्वारा आत्महत्या मामले में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, आकस्मिक मृत्यु दर्ज की गई है। उन्हें श्याम शिंदे नामक व्यक्ति का फोन आया, जिसमें कहा गया, “तुम्हारे पिता फोन नहीं उठा रहे हैं, उनसे कहो कि वे मेरे पैसे दे दें, नहीं तो मैं उन्हें जेल भेज दूंगा।” सुसाइड नोट में यह भी कहा गया है कि जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। यह जानकारी अचोले पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुजीत कुमार पवार ने दी।