भिवंडी/ मुंबई वार्ता

भिवंडी के कनेरी इलाके में उत्तरभारतीय सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ16 दिसंबर से हुआ।
कथा शुरू होने से एक दिन पहले 15 दिसंबर की शाम भव्य कलश यात्रा निकाली गई।जिसमें हजारों की संख्या में महिला, पुरुष शामिल थे। शहर में पहली बार आयोजित इस कथा की जमकर सराहना हो रही है।


उत्तर भारतीय सेवा समिति के अध्यक्ष व पत्रकार जितेंद्र तिवारी ने बताया कि भिवंडी के कनेरी इलाके में आगरा रोड पर टोरेंट पावर के बगल में श्रीराम पाटील के ओपन जगह पर श्रीमद्भागवत कथा सोमवार 16 नवंबर की शाम काशी से पधारे मशहूर कथा वाचक श्याम मुरारी महराज के मुखारबिंद से किया जा रहा है। जो रविवार 22 नवंबर 2024 रविवार तक प्रतिदिन शाम 6 बजे से रात्रि 10 बजे चलेगा।जबकि 23 नवंबर को दोपहर में 12 बजे से शाम 4 बजे तक भव्य भंडारे का आयोजन किया गया है।
इससे पहले कथा शुरू होने के उपलक्ष्य में 15 नवंबर रविवार की शाम 6 बजे से स्थानीय वडाला देवी मंदिर प्रांगड़ से शुरू होकर कथास्थल तक निकला गया। 111 महिलाएं सिर पर कलश लेकर इस यात्रा में शामिल हुई।साथ ही 800 महिला-पुरुष डीजे साउंड के भक्ति गीतों परथिरकते व जयकारा करते इसमें शामिल हुए।जो शहर में लोगो के आकर्षण का केंद्र बना रहा।
इससे पहले 11 दिसंबर को श्रीमद्भागवत कथा के लिए मंडप निर्माण हेतु वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भूमि पूजन का आयोजन किया गया था।उत्तरभारतीय सेवा समिति के अध्यक्ष व पत्रकार जितेंद्र तिवारी ने बताया कि श्रीमद भागवत कथा के दौरान कथा वक्ता श्याम मुरारी महराज द्वारा प्रतिदिन विभिन्न विषयों पर कथा सुनाया जाएगा।
प्रथम दिवस भागवत महात्म्य की चर्चा हुई।जबकि इसके बाद बचे हुए दिनों में मंगलाचरण एवं शुकदेव जन्म एवं परीक्षित जीवनी, शिव चरित्र, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, श्रीकृष्ण लीला एवं उनकी जीवनी पर आधारित विषयों पर चर्चा एवं प्रवचन किया जायेगा।इसके अलावा समिति के उपाध्यक्ष राकेश केसरवानी के निवास आदेश्वर पार्क में पांच यजमानों द्वारा अनुष्ठान किया जा रहा है।
उत्तरभारतीय सेवा समिति द्वारा पहली बार भिवंडी में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उत्तर भारतीय सेवा समिति के अध्यक्ष जितेंद्र तिवारी,कार्याध्यक्ष शिवचंद केशरवानी,उपाध्यक्ष विजय मिश्रा, उपाध्यक्ष राकेश केशरवानी,कोषाध्यक्ष श्याम केसरवानी,राजू केसरवानी,महासचिव अजीत ठाकुर सहित अन्य संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओ द्वारा कथा को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत किया जा रहा हैं।