राजन बलसाने/मुंबई वार्ता

उल्हासनगर महानगर पालिका द्वारा शहर की प्रमुख सड़कों को आदर्श बनाने के उद्देश्य से गुरुवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई का दुकानदारों और झुग्गीवासियों ने विरोध किया।


मनपा आयुक्त मनीषा अव्हाले के निर्देश पर नोडल अधिकारी गणेश शिंपी, मनीष हिवरे और अलका पवार के नेतृत्व में केबी रोड, डॉलफिन रोड, मुरबाड रोड, श्रीराम से 17 सेक्शन और विटीसी ग्राउंड पर यह अभियान चलाया गया। इस दौरान लगभग 400 दुकानों के बाहर किए गए अतिक्रमण को हटाया गया।
नोडल अधिकारी गणेश शिंपी ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और दुकानदारों को दुकान के बाहर सामान न रखने और छज्जे न लगाने की सख्त चेतावनी दी गई है। यातायात विभाग के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अविनाश भाम्बरे ने बताया कि अभियान के दौरान 44 वाहनों पर दंडात्मक कार्रवाई की गई।
इस कार्रवाई का दुकानदारों और झुग्गीवासियों ने विरोध किया। दुकानदारों ने बिना पूर्व सूचना के की गई इस कार्रवाई को अनुचित बताते हुए कहा कि इससे उनके व्यापार पर बुरा असर पड़ रहा है। दुकानदारों का कहना था कि प्रशासन सड़कों की मरम्मत तो करता नहीं, लेकिन व्यापारियों को नुकसान पहुंचा रहा है। बी रोड स्थित श्मशान घाट के पास फुटपाथ पर एक तृतीय पंथी द्वारा बनाई गई झोपड़ी को भी तोड़ दिया गया।
तृतीय पंथी ने ताली बजाकर और अपने कपड़े ऊपर कर विरोध जताया। उसने प्रशासन से रहने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की।स्थानीय निवासियों और दुकानदारों ने इस कार्रवाई को मनमाना बताते हुए कहा कि प्रशासन को पहले उचित नोटिस देना चाहिए था। दुकानदारों ने मांग की है कि छोटे व्यापारियों को राहत दी जाए और गरीबों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।
मनपा अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई नियमों के अनुसार की जा रही है और शहर की प्रमुख सड़कों को आदर्श बनाने के लिए यह आवश्यक है।