मुंबई वार्ता

विकसित भारत का नेतृत्व करने में महाराष्ट्र में विकास की गति तेज है छत्रपति संभाजी नगर में सार्वजनिक सभा में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रशंसा की गई । महाराष्ट्र भविष्य में विकसित भारत का नेतृत्व करनेवाला है, इसके लिए राज्य में कई विकास परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं। नए उद्योग उभर रहे हैं, रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं, किसानों की समस्याओं का ठोस समाधान खोजा जा रहा है, बुनियादी ढांचे के विकास की गति बढ़ रही है। जब महाविकास अघाड़ी सत्ता में थी, तब प्रगति की गति बाधित हुई थी। कांग्रेस और उसके सहयोगी, जो विकास के खिलाफ हैं, जो लोग विकास के विरुद्ध हैं वो कभी भी महाराष्ट्र का भला नहीं करेंगे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को यह अपील की है । प्रधानमंत्री मोदी छत्रपति संभाजीनगर में एक सार्वजनिक सभा में बोल रहे थे।
इस सभा में मंच पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले, वरिष्ठ नेता रावसाहेब पाटिल दानवे आदि मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि- कांग्रेस और उसकी अघाड़ी ने औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी नगर करने का विरोध किया था। जो लोग संभाजी महाराज के नाम का विरोध करते हैं और जो संभाजी महाराज के हत्यारे को देवदूत मानते हैं वे महाराष्ट्र और मराठी गौरव के दुश्मन हैं। महाराष्ट्र ऐसे लोगों को कभी स्वीकार नहीं करेगा।ऐसा विश्वास उन्होंन
नरेंद्र मोदी ने कहा कि-भविष्य में भारत को विकसित करना भाजपा और महायुति का संकल्प है और इसके लिए हम समर्पण के साथ काम करते हैं। इसके लिए प्रदेश में आधुनिक बुनियादी सुविधाएं तैयार की जा रही हैं। समृद्धि हाईवे के कारण मराठवाड़ा मुंबई से जुड़ गया है। मराठवाड़ा में हाईवे पर काम तेजी से चल रहा है, रेलवे सेवा का आधुनिकीकरण और विस्तार किया जा रहा है।अघाड़ी के लोगों ने महाराष्ट्र को पूरी तरह हाल बेहाल कर दिया है। जब मराठवाड़ा क्षेत्र में पानी का सूखा पड़ा तो कांग्रेस के लोग हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। हमारी सरकार ने सबसे पहले सूखे से राहत के लिए ठोस कार्यक्रम शुरू किये। जब देवेन्द्र फड़णवीस मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने जलयुक्त शिवार योजना शुरू की थी। इससे मराठवाड़ा में जल संकट दूर हो सकता था, लेकिन अघाड़ी सरकार ने इस योजना को बीच में ही बंद कर दिया। महायुति सरकार फिर से अपना काम शुरू करने जा रही है। महायुति सरकार ने 1600 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
जब प्रधान मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार अतिरिक्त 700 करोड़ रुपये प्रदान करेगी, तो दर्शकों ने प्रधान मंत्री की घोषणा को तालियों की गड़गड़ाहट से प्रतिसाद दिया।