मुंबई वार्ता संवाददाता

सुप्रसिद्ध कथावाचक श्रद्धेय शांतिदूत श्री देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज शनिवार की शाम यहां मुंबई पहुंचे। हवाई अड्डे पर ‘राधे-राधे’ के जयघोष के बीच सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पुष्पमालाओं और पुष्पवर्षा के साथ उनका गर्मजोश स्वागत किया। एयरपोर्ट से महाराजश्री सीधे भायंदर पूर्व में इंद्रलोक फेज 3 स्थित बालासाहेब ठाकरे मैदान में पहुंचे जहां हजारों की संख्या में उनका इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर उनका भव्य स्वागत किया। महाराजश्री ने मैदान में बने विशाल कथापंडाल का जायजा लिया और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया।


महाराजश्री के पावन सानिध्य में दो नवंबर से भायंदर पूर्व में बालासाहेब ठाकरे मैदान पर सात दिवसीय भागवत कथा का भव्य शुभारंभ हो रहा है। विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के इस आयोजन के पहले दिन रविवार को सुबह नौ महाराजश्री की अगुआई में हजारों कलशधारी महिलाएं गाजे बाजे, बैंड, लेझिम, ताशिए आदि के साथ विशाल कलशयात्रा निकालेंगी। पूज्य देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति ही भारतीय तक मूल आधार है। आज सनातनियों की एकजुटता के दम पर ही भारत पुनः विश्वगुरु बनने की तैयारी में है।
उन्होंने कहा कि युवा वर्ग को धार्मिकता से जुड़ना चाहिए इससे धर्म को युवा अवस्था प्राप्त होगी। उन्होंने आज के युवाओं की धार्मिक रुचियों की प्रशंसा की। महाराजश्री के निजी प्रबंधक व विश्व शांति मिशन के सचिव विजय शर्मा ने बताया कि मुंबई के इस आयोजन में महाराज को सुनने अनेक धर्माचार्य,साधु संत भी भायंदर पधारेंगे। भागवत कथा के साथ ही महाराजश्री सनातन, राष्ट्रीयता और सामाजिकता के विषयों पर भी अपने महत्वपूर्ण विचार रखेंगे। महाराजश्री से जुड़े शैलेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पूज्य देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज आम जीवन शैली में सात्विकता, सादगी, अनुशासन और संस्कारी बनने कि युवाओं को निरंतर प्रेरणा देते हैं। इसीलिए बड़ी संख्या में युवा कार्यकर्ता भायंदर के इस आयोजन में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
महाराजश्री को सुनने मुंबई महानगर, उपनगर, नवी मुंबई, ठाणे, कल्याण, सूरत, पुणे, पनवेल तक के श्रद्धालुओं का आगमन भायंदर में होगा। विश्व शांति मिशन एवं विश्व शांति सेवा समिति, मुंबई ने इस भागवत कथा का लाभ लेने की श्रद्धालुओं से अपील की है।



पैसा ही पैसा