मुंबई वार्ता संवाददाता

कैम्पस का दौरा कर कार्यों में तेजी लाने के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिया निर्देश.
इंदिरा गांधी शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) और शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) की विश्वसनीयता अधिक है। यहां की चिकित्सा सेवाएं-सुविधाएं बढ़ें और अधिक से अधिक जरूरतमंद मरीजों का समय पर इलाज हो, इसके लिए एक हजार करोड़ रुपये का कोष उपलब्ध कराया है। ये कार्य योजना के अनुसार समयसीमा में पूर्ण किए जाएं, ऐसे निर्देश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिए।
नागपुर स्थित इंदिरा गांधी शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) और शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) का मुख्यमंत्री फडणवीस ने प्रत्यक्ष दौरा कर विकास कार्यों की समीक्षा की।इस अवसर पर विधायक सर्वश्री प्रवीण दटके, मोहन मते, आशीष देशमुख, चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दिनेश वाघमारे, नगर आयुक्त अभिजित चौधरी, चिकित्सा शिक्षा आयुक्त राजीव निवतकर, जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर, चिकित्सा शिक्षा संचालक डॉ. अजय चंदनवाले, अधिष्ठाता डॉ. रवि चव्हाण, डॉ. राज गजभिये, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षक अभियंता जनार्दन भानुसे सहित अधिकारी उपस्थित थे।
निगरानी के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में वॉर रूममेयो और मेडिकल के प्रगतिपथ पर चल रहे कार्य, वर्तमान स्थिति, समस्याएं-चुनौतियां, कार्य की गुणवत्ता पर निगरानी रखने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में वॉर रूम स्थापित करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए। साथ ही यहां की बिजली की जरूरत सौर ऊर्जा के माध्यम से पूरी की जानी चाहिए। संपूर्ण कैम्पस सौर ऊर्जा पर हो। वर्तमान प्रस्तावित कार्य पूर्ण करने के बाद ही नए कार्य शुरू किए जाएं। इसके लिए आवश्यक सभी सहयोग किया जाएगा। अधिक से अधिक पेड़ लगाने पर जोर दिया जाए। निर्माणाधीन सभी भवनों में शौचालयों का रखरखाव उचित प्रकार से हो, इसके लिए सर्वतोमुखी सावधानी बरतने के निर्देश भी मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने इस अवसर पर दिए।मेयो और मेडिकल में चल रहे कार्यों की अप्रैल माह में पुनः समीक्षा की जाएगी। इस दौरान कार्य की वर्तमान स्थिति की जानकारी प्राथमिकता से ली जाएगी, ऐसा मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने बताया।