● अब मकोका के तहत होगी ड्रग डीलरों पर कार्रवाई – गृह राज्य मंत्री योगेश कदम
मुंबई वार्ता/हरीशचंद्र पाठक

वर्तमान में मुंबई शहर और उपनगरों में भावी पीढ़ी नशीली दवाओं बुरी आदत का शिकार हो रही है। इसी मुद्दे को ध्यान में रखते हुए शिवसेना विधायक दिलीप लांडे ने विधानसभा सत्र में ड्रग्स का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है।
विधायक दिलीप लांडे ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से यह मुद्दा उठाया कि उपनगरीय मुंबई के चांदीवली इलाके के काजूपाड़ा, साकीनाका, जरिमरी और पवई इलाकों में पुलिस के आशीर्वाद से गुटखा, चरस और गांजा जैसे नशीले मादक पदार्थों की बड़े पैमाने पर बिक्री चल रही है, तो गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने आश्वासन दिया कि ऐसे अपराधों में आरोपियों के खिलाफ मकोका के तहत कार्रवाई की जाएगी।
हीरानंदानी स्थित कॉलेज परिसर में अवैध रूप से चाय-पत्ती की दुकानें सुबह तीन बजे तक चलती हैं। विधायक लांडे ने सदन को बताया कि काजूपाड़ा स्थित तैय्यब सुपारीवाला इस दुकान का मालिक फहीम खान स्कूल-कॉलेज के बच्चों को खुलेआम नशीली दवाएं बेच रहा है।
इस अवसर पर विधायक दिलीप लांडे ने भी नशीले मादक पदार्थ तस्करी में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए स्थानीय पुलिस की सराहना भी की। गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि इस संबंध में सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है।
ड्रग तस्कर फहीम खान के विरुद्ध की गई कार्रवाई के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि फहीम खान के विरुद्ध तड़ीपारी की कार्रवाई की गई थी। लेकिन इसे अदालत ने रद्द कर दिया। ड्रग्स को राज्य के बाहर से लाकर मुंबई शहर में बेचा जाता है। हमारी पुलिस ने इस मामले में अच्छी कार्रवाई की है। पुलिस कार्रवाई कर रही है, लेकिन इस संबंध में अपराध बढ़ता ही जा रहा है। इसलिए अब राज्य में नशा बेचने वालों के खिलाफ मकोका के तहत कार्रवाई की जाएगी। नशीली दवाओं के उपयोग के संबंध में 15,873 मामले दर्ज किए गए हैं और 14,230 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा में एक महत्वपूर्ण बयान दिया कि मादक पदार्थों के सौदागरों पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और अब तक 4,240 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं। विधायक दिलीप लांडे ने अपने निर्वाचन क्षेत्र की स्थिति का विवरण देते हुए कहा कि घाटकोपर और साकीनाका पुलिस थाना क्षेत्रों में गुटखा, गांजा, चरस और ऑनलाइन लॉटरी जैसे अवैध नशीले पदार्थ खुलेआम बेचे जा रहे हैं, जिससे महिलाओं का क्षेत्र में घूमना मुश्किल हो गया है। नशेड़ी, चरसी, ग़र्दूलो के कारण आपराधिक वारदाते बढ़ती जा रही है। जिस पर लगाम लगाना अत्यंत जरूरी है।