
मुंबई वार्ता
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अजित पवार गुट के नेता नवाब मलिक के चुनाव लड़ने को लेकर घमासान मचा हुआ है. बीजेपी उनकी उम्मीदवारी का खुलकर विरोध कर रही है. इस बीच पूर्व मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि यह साफ था कि जब मैं चुनाव लड़ूंगा तो शिवसेना और बीजेपी दोनों विरोध करेंगी. लेकिन जिस तरह पार्टी ने अंतिम क्षणों में मुझ पर भरोसा किया. एबी फॉर्म भेजा और मुझे पार्टी का उम्मीदवार बनाया. मैं उसके लिए पूरी ताकत से चुनाव लड़ूंगा.इससे पहले भी नवाब मलिक की प्रतिक्रिया आई थी उन्होंने कहा कि जिस तरीके से सारे विरोध के बावजूद मुझे उम्मीदवार बनाया गया है, उसे देखकर लगता है कि सोच-समझकर फैसला लिया गया है. मुझे उम्मीद थी कि मेरा विरोध होगा, शिंदे साहब की पार्टी विरोध करेगी. मैं दादा (अजित पवार) का आभार जताता हूं कि यहां मुकाबला नवाब मलिक बनाम सभी होने वाला है.मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि हमने शुरुआत में ही एनसीपी को साफ शब्दों में कहा था कि आप नवाब मलिक को टिकट न दें. गठबंधन में बीजेपी नवाब मलिक के लिए प्रचार नहीं करेगी. लेकिन उनकी बेटी की उम्मीदवारी पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. बता दें कि बीजेपी अक्सर मलिक पर दाऊद इब्राहिम से संपर्क होने का आरोप लगाती रही है. इस मामले में नवाब मलिक की पहले गिरफ्तारी भी हो चुकी है.बता दें कि नवाब मलिक 29 अक्टूबर को मानखुर्द-शिवाजी नगर विधानसभा से नामांकन दाखिल कर चुके हैं. वहीं उनकी छोटी बेटी सना मलिक अणुशक्ति नगर से अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ रही है. मलिक के नामांकन दाखिल करने के बाद मुंबई बीजेपी इकाई प्रमुख आशीष शेलार ने 29 अक्टूबर को एक वीडियो संदेश जारी कर अपनी पार्टी का रुख स्पष्ट किया था. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी नवाब मलिक के लिए प्रचार नहीं करेगी.