सतीश सोनी/मुंबई वार्ता


भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है और एसीबी की टीम ने छत्रपति संभाजीनगर निवासी उप जिलाधिकारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
उप जिला मजिस्ट्रेट ने कृषि भूमि के काम के लिए ४१ लाख रुपये की राशि की मांग की थी। इस मामले में पहले भी २३ लाख रुपये उसके घर पहुंच चुके थे। हालांकि, उसने शिकायतकर्ता से 18 लाख रुपये अतिरिक्त मांगे थे। आखिरकार, शिकायतकर्ता ने पानी की तरह पैसे मांगने वाले इस भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ एसीबी से संपर्क किया। उसके बाद, एसीबी के अधिकारियों ने जाल बिछाया और भ्रष्ट विनोद खिरोलकर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली और एसीबी ने ५८९ ग्राम यानी ५९ तोला सोना जब्त किया है।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों ने दोपहर में छापा मारकर रिश्वत ले रहे अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। एसीबी ने रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर विनोद खिरोलकर को शिकायतकर्ता से मांगे गए 18 रुपए में से 5 लाख रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
शिकायतकर्ता क्लास 2 की जमीन को क्लास 1 में तब्दील करना चाहता था। इसके लिए रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर विनोद खिरोलकर ने शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग की थी। उन्होंने उक्त काम करवाने के लिए संबंधित व्यक्ति से 41 लाख रुपए मांगे थे। जिसमें से संबंधित शिकायतकर्ता से २३ लाख रुपए ले लिए गए थे। हालांकि, फिर से १८ लाख रुपए की मांग की गई थी। आरोपी को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। जब यह रिश्वत शीर्ष क्लर्क दिलीप त्रिभुवन द्वारा ली जा रही थी, तब डिप्टी कलेक्टर को भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया।
एसीबी ने खिरोलकर के घर से १३ लाख ०६ हजार ३८० रुपए नकद, ५८९ ग्राम यानी ५९ तोला सोने के आभूषण जब्त किए हैं, जिनकी कीमत करीब ५० लाख ९९ हजार ५८३ रुपए है। इसके अलावा ३ किलो ५५३ ग्राम चांदी के आभूषण, जिनकी कीमत ३ लाख ३९ हजार ३४५ रुपए है। कुल ६७ लाख ४५ हजार ३०८ रुपए के कीमती सामान और नकदी जब्त की गई है।