मुंबई वार्ता/सतीश सोनी

पश्चिम रेलवे स्टेशनों, कार्यालयों, कारखानों और ट्रेनों में स्वच्छता, सफाई और पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए 1 से 15 अक्टूबर, 2025 तक स्वच्छता पखवाड़ा 2025 मना रही है। इस अभियान के शुभारंभ और प्रारंभिक गतिविधियों के आधार पर 8वें और 9वें दिन स्वच्छ परिसर और स्वच्छ आहार पर केंद्रित पहलों के साथ अभियान आगे बढ़ा।


पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी विनीत अभिषेक द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, आठवें दिन 8 अक्टूबर, 2025 को रेलवे कार्यालयों, कॉलोनियों, विश्राम/प्रतीक्षा कक्षों, विश्राम गृहों और शयनगृहों में स्वच्छता में सुधार हेतु सघन स्वच्छता/फ्यूमिगेशन अभियान चलाए गए। यात्रियों और रेलवे कॉलोनियों के निवासियों के लिए सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग करने के बारे में 70 से अधिक जागरूकता अभियान आयोजित किए गए। रेलवे कॉलोनियों में कचरा सफाई के लिए जनभागीदारी अभियान चलाया गया जिसमें 500 से अधिक लोगों ने भाग लिया।


परिसर के सौंदर्यीकरण के लिए लगभग 50 स्टेशनों/कॉलोनियों में वृक्षारोपण और भूनिर्माण गतिविधियाँ आयोजित की गईं।नौवें दिन, स्वच्छ आहार पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें खाद्य स्वच्छता, विक्रेता स्वच्छता और उचित अपशिष्ट निपटान प्रथाओं को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न रेलवे परिसरों में गहन निरीक्षण किए गए। अधिकारियों और मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक द्वारा स्वच्छता और स्वच्छ खाद्य हैंडलिंग प्रथाओं का पालन सुनिश्चित करने के लिए लगभग 100 फूड स्टॉल, फूड कार्ट, क्लाउड किचन और भंडारण क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया। खानपान कर्मचारियों के बीच स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए 200 से अधिक कैंटीन धारकों, रसोइयों और खाद्य विक्रेताओं की चिकित्सा और स्वच्छता जांच की गई।
गतिविधि के दौरान व्यक्तिगत स्वच्छता और सुरक्षित खाद्य हैंडलिंग प्रथाओं पर जागरूकता भी बढ़ाई गई। बर्तन सफाई प्रक्रियाओं, कचरा निपटान प्रणाली, समग्र स्वच्छता और कर्मचारियों की चिकित्सा फिटनेस का आकलन करने के लिए रनिंग रूम, रेस्ट हाउस और कैंटीन सहित औचक निरीक्षण किए गए।पश्चिम रेलवे द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा पहल के अंतर्गत स्टेशनों, कॉलोनियों और खानपान इकाइयों में व्यापक स्वच्छता, सफाई और जागरूकता अभियान चलाए गए। इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य स्वच्छता में सुधार, सुरक्षित भोजन प्रथाओं को बढ़ावा देना और सक्रिय जनभागीदारी को प्रोत्साहित करना था।


