मुंबई वार्ता/इंद्रीश उपाध्याय

राज्यभर में सौर ऊर्जा का उपयोग करनेवाले सौर ग्राम तैयार किए जा रहें है, जिससे किसानों को दिन में विद्युत उपलब्ध हो सकेगी। भविष्य में इस हरित ऊर्जा के माध्यम से महाराष्ट्र के किसान दूसरी हरित क्रांति लाएँगे, यह विश्वास मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने व्यक्त किया।
मुंबई के सह्याद्री अतिथिगृह में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी प्रकल्प 2.0 अंतर्गत वाशिम जिले के उंबरठा और धाराशिव जिले के नारंगवाडी स्थित परियोजना का लोकार्पण मुख्यमंत्री के हाथों वीडियो कोंफ्रेस के द्वारा किया गया। इस दौरान मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आभा शुक्ला, जलसंपदा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव दीपक कपूर, गृहनिर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव वल्सा नायर-सिंह, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओ.पी. गुप्ता, सहकार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजगोपाल देवरा, मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव अश्विनी भिडे, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. श्रीकर परदेशी समेत विविध विभागों के प्रमुख उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना की वजह से किसानों कों दिन में शाश्वत और मुफ्त विद्युत उपलब्ध होगी। राज्य के किसानों कों 16 हजार मेगावॅट इतनी विद्युत देते है। यह सभी फीडर सौर ऊर्जा पर लाने का काम पिछले दो सालों से शुरू किया है। चरणबद्ध तरीके से यह सभी फिडर सौर ऊर्जा पर लाये जायेंगे। किसानों कों दिन में भी विद्युत उपलब्ध हो सकेगी।इस कार्यक्रम में उंबरठा और नारंगवाडी गाँव के किसान वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किसान सहभागी हुये थे।


