मुंबई वार्ता/ सतीश सोनी

‘क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक और समग्र उन्नति (महासागर)’ और इसकी ‘पड़ोसी पहले’ नीति के तहत क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा के लिए भारत की प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में, भारतीय नौसेना ने मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में मालदीव के तटरक्षक जहाज MNDF हुरवी की एक बड़ी मरम्मत सफलतापूर्वक पूरी की।


नौसेना डॉकयार्ड, मुंबई में अपनी पहली सामान्य मरम्मत पूरी करने के बाद जहाज 21 अप्रैल को मालदीव के लिए रवाना हुआ। 13 नवंबर 24 को मुंबई पहुंचने के बाद से पिछले चार महीनों में, सभी मशीनरी, हथियारों और सेंसर के रखरखाव से संबंधित प्रमुख कार्य, साथ ही रहने की क्षमता में सुधार किया गया। इसके बाद जहाज को उसके प्रस्थान से पहले कठोर बंदरगाह और समुद्री परीक्षणों, उपकरणों की परिचालन जांच, सुरक्षा ऑडिट और परिचालन समुद्री प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा।
विभिन्न _आईएन_ एजेंसियों और कई विभागों में डॉकयार्ड टीमों द्वारा किए गए प्रयासों ने निर्धारित समय सीमा के भीतर इस व्यापक रिफिट को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एमएनडीएफ हुरवी का सफल रिफिट दोनों देशों के बीच मजबूत कूटनीतिक और सैन्य सहयोग को रेखांकित करता है और इस क्षेत्र में एक विश्वसनीय भागीदार होने के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।मई 2023 में पुराने प्लेटफॉर्म के प्रतिस्थापन के रूप में एमएनडीएफ को सौंपे गए मेक इन इंडिया जहाज ने मालदीव द्वीपसमूह में मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) और चिकित्सा निकासी कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।