कांदिवली पूर्व में विश्व उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट का आयोजन
वरिष्ठ संवाददाता /मुंबई वार्ता

विश्व उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञानयज्ञ सप्ताह की शुरुआत कलश पोथी यात्रा के साथ हुई। कांदिवली पूर्व, हनुमान नगर, वडार पाड़ा रोड नं. 1, विश्वकर्मा मंदिर के पीछे स्थित रुचि प्रिया हॉल में चलने वाली कथा का व्यासत्व श्रद्धेय राजकुमार मिश्र (वृंदावन धाम) महाराज कर रहे हैं।
महाराज जी के मुखारविंद से 23 से 29 जनवरी तक, प्रतिदिन शाम 3 बजे से 7 बजे तक भागवत महापुराण के विभिन्न प्रसंगों की प्रस्तुति की जाएगी। अंतिम दिन पूर्णाहुति एवं महाप्रसाद वितरण के साथ कथा विश्राम लेगी। कथा प्रारंभ होने से पहले कांदिवली पूर्व स्थित विश्वकर्मा मंदिर से यज्ञ स्थल तक गाजे बाजे के साथ कलश शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें 400 महिलाएं सिर पर कलश धारण कर यात्रा में शामिल हुईं।
प्रथम दिन कथा के महात्म्य पर महाराज जी ने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता सनातन धर्म का एक पवित्र ग्रंथ और भगवान की वाणी है। गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं जो ज्ञान का अथाह भंडार है। महाभारत युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिए थे, वही गीता है। गीता में आत्मा, परमात्मा, भक्ति, कर्म, जीवन आदि का वृहद रूप से वर्णन किया गया है। गीता से हमें यह ज्ञान मिलता है कि व्यक्ति को अपने काम और कर्म पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही कर्म करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हम जो भी कर्म कर रहे हैं, कर्म के अनुसार उसका फल भी हमें निश्चित ही प्राप्त होगा।
इस अवसर पर आयोजक पूर्व नगरसेवक राजपति यादव, सह आयोजिका डॉ. अजंता यादव, मिथिलेश झा, श्रीप्रकाश पांडेय, ज्ञान भूषण त्रिपाठी, हरीश शुक्ल, राजाराम यादव, कृपादीन प्रजापति आदि उपस्थित थे।