मुंबई वार्ता संवाददाता

देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री,भारत रत्न, लौह पुरुष सरदार पटेल की 150 वीं जयंती पर अ.भा.कूर्मि क्षत्रिय महासभा, महाराष्ट्र द्वारा राष्ट्रीय एकता अखंडता दिवस का आयोजन,तानसा ग्लोबल हाई स्कूल, वाड़ा, पालघर पर संजय पाटील की अध्यक्षता में किया गया l


समारोह का शुभारम्भ महासभा के संरक्षक एल. पी. पटेल, राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष श्रीमती लता ऋषि चंद्राकर ने दीप प्रज्वलित कर एवं सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया l


इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. बाबूलाल सिंह पटेल, जनार्दन पटेल (उप महाप्रबंधक ओ एन जी सी ),डॉ. रज्जन प्रसाद पटेल (वैदिक विद्वान एवं वास्तु शास्त्रज्ञ), डॉ. राममूर्ति वर्मा, वी के वर्मा .राष्ट्रीय संयोजक शाहीर उत्तम गायकर,नाशिक जिल्हाध्यक्ष निवृत्ती न्याहारकर,रायगड जिल्हा अध्यक्ष प्रकाश चांदीवडे,कोकण अध्यक्ष तुकाराम पष्टे,नरेश आखरे, पालघर जिल्हाध्यक्ष यदुनाथ पाटील.जिल्हा महासचिव जयंता पाटील, किशोर चौधरी,समीर पाटील , किसन बोंद्रे, पी एन पाटील,सुभाष पाटील,मोहन पाटील,मंगेश चौधरी,विजय राव,सीताराम पाटील,भाई कराळे,राजेंद्र पाटील,आप्पा घुडे प्रमुख अतिथि एवं वक्ता के रूप में उपस्थित रहे l
कार्यक्रम का संचालन राज्य महासभा महासचिव जयेश शेलार पाटील ने किया इस अवसर पर बोलते हुए एल. पी. पटेल ने कहा की बारडोली सत्याग्रह का सफल नेतृत्व कर अंग्रेजी हुकूमत को किसानों के विरुद्ध अपना फरमान वापस लेना पड़ा l उस आंदोलन में किसानों ने उन्हें सरदार की उपाधि प्रदान किया l यह उनका पहला कदम आजादी के आंदोलन में था l श्रीमती लता चंद्राकर ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत ने आजादी के समय यह सोचकर भारत छोड़ा कि यहाँ 500से ज्यादा रियासतें, राजे, रजवाड़े हैं, ये कभी एक नहीं होंगे आपस में लड़ते रहेंगे lपरन्तु कुशल प्रशासक एवं गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अपने विवेक, बुद्धि से कहीं बल प्रयोग कर सारी रियासतों को देश में मिलाकर अखंड भारत का निर्माण किया l इसलिए उन्हें लौह पुरुष कहा गया l
डॉ बाबूलाल सिंह पटेल ने कहा कि अखंड भारत के शिल्पकार वल्लभ भाई पटेल शानदार थे, जवाबदार थे, असरदार थे, शानदार थे, ईमानदार थे, इसलिए सरदार थे l इसी वजह से सरदार पटेल का जन्मदिन राष्ट्रीय एकता अखंडता दिवस के रूप में मनाया जाता है l


