मुंबई वार्ता संवाददाता

जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत अभियान योजनाओं का प्रभावी रूप से कार्यान्वयन किया जाए। नागरिकों को शुद्ध पेयजल और स्वच्छता सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को क्षेत्रीय स्तर पर दौरा करना चाहिए। यह निर्देश जल आपूर्ति और स्वच्छता मंत्री गुलाबराव पाटील ने आज दिए।
वे मंत्रालय में छत्रपति संभाजीनगर जिले में जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में बोल रहे थे।
मंत्री पाटील ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत छत्रपति संभाजीनगर जिले में चल रही 1164 परियोजनाओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। अन्य योजनाओं को भी तेजी से और समय पर पूरा करने पर जोर दिया जाना चाहिए।अधूरी या निम्न गुणवत्ता वाली परियोजनाएं करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाना चाहिए। जल जीवन मिशन के तहत किए गए कार्यों का डेटा एंट्री समय पर पूरा किया जाए। महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से कचरा संग्रहण और वर्गीकरण की व्यवस्था की जानी चाहिए।
इसके अलावा, ग्राम पंचायत कर्मचारियों की नियुक्ति करके गांव स्तर पर स्वच्छता प्रबंधन को प्रभावी बनाया जाए, मंत्री पाटील ने निर्देश दिए।
बैठक के दौरान स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचरा प्रबंधन, सीवेज प्रबंधन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन और शौचालय सुविधाओं की विस्तृत समीक्षा की गई।इस समीक्षा बैठक में जल जीवन मिशन के निदेशक ई. रवींद्रन, छत्रपति संभाजीनगर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विकास मीना, जल आपूर्ति विभाग के संयुक्त सचिव बी. जी. पवार, मुख्य अभियंता प्रशांत भांबरे, स्वच्छ भारत मिशन के अतिरिक्त अभियान निदेशक शेखर रौंदळ, और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।