सतीश सोनी/मुंबई वार्ता

आर्टिलरी, तोप रेजिमेंट का वार्षिक मारक क्षमता प्रशिक्षण अभ्यास


21 जनवरी 2025 को स्कूल ऑफ आर्टिलरी द्वारा देवलाली फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित किया गया था।इस कार्यक्रम का आयोजन आर्टिलरी स्कूल के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल नवनीत सिंह सरना के नेतृत्व में किया गया और इसमें डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन, डिफेंस सर्विसेज टेक्निकल स्टाफ कोर्स, पुणे, नेपाल आर्मी स्टाफ कोर्स के छात्र अधिकारियों, प्रशिक्षण के कैडेटों ने भाग लिया।


अकादमी, वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति, भारतीय सेना और नागरिक प्रशासन के सेवारत अधिकारी इसके साक्षी बने।


कार्यक्रम में बंदूकें, मोर्टार, रॉकेट, सेना विमानन संपत्ति और पैराट्रूपर्स सहित गोलाबारी और निगरानी संपत्तियों की एक विस्तृत श्रृंखला का समन्वित उपयोग शामिल था।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण K-9 वज्र SP गन सिस्टम, 155mm M777 ULH, 155mm धनुष, 155mm FH 77B02 (बोफोर्स) सहित अत्याधुनिक आर्टिलरी गन सिस्टम की शानदार लाइव फायरिंग थी। पिनाका, स्मर्च, स्वार्म ड्रोन, युद्ध सामग्री और उन्नत ड्रोन क्षमताओं जैसी परिष्कृत तकनीकों का प्रदर्शन इस शानदार प्रदर्शन की शोभा बढ़ा रहा था।
यह अभ्यास आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करते हुए किसी भी परिचालन चुनौती के लिए तैयार रहने की भारतीय सेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।तोप ड्रिल बंदूकधारियों की व्यावसायिकता और हाल ही में, भारतीय सेना की परिष्कृत स्वदेशी एकीकृत निगरानी और मारक क्षमता क्षमताओं का एक प्रमाण है।