राजन बलसाने/मुंबई वार्ता

नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा को ध्यान में रखते हुए उल्हासनगर मध्यवर्ती पुलिस ने शहर में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से रूट मार्च का आयोजन किया।


यह रूट मार्च डीसीपी सचिन गोरे के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शंकर अवताड़े के नेतृत्व में निकाला गया, जिसमें पांच पुलिस अधिकारी और 45 पुलिस कर्मचारी शामिल थे।
रूट मार्च की शुरुआत उल्हासनगर पुलिस स्टेशन से की गई, जो मध्यवर्ती अस्पताल, उल्हासनगर महानगरपालिका, काजल पेट्रोल पंप, मस्जिद, पवई चौक और 17 सेक्शन से होते हुए निकाला गया।
इस दौरान पुलिस ने संवेदनशील इलाकों का निरीक्षण किया और स्थानीय नागरिकों से संवाद कर शांति बनाए रखने की अपील की।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शंकर अवताड़े ने बताया कि आगामी ईद, गुढ़ी पाडवा, संभाजी जयंती और चेटीचंद के त्योहारों को देखते हुए पुलिस सतर्क है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तैयार है। नागपुर जैसी हिंसा की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए पुलिस लगातार निगरानी कर रही है।
उन्होंने कहा कि रूट मार्च का उद्देश्य नागरिकों में सुरक्षा का विश्वास कायम करना और शांति व्यवस्था को मजबूत करना है।पुलिस ने नागरिकों से अपील की कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें ताकि समय रहते आवश्यक कार्रवाई की जा सके।