
नाशिक/ मुंबई वार्ता
महाराष्ट्र के नाशिक जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. मालेगांव में एक मर्चेंट बैंक की शाखा में पिछले 15 – 20 दिनों से बड़ी संख्या में वित्तीय लेनदेन चल रहा था. इस दौरान शहर के कुछ बेरोजगार युवकों के बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपए जमा किए गए. जिनके नाम यह ट्रांजैक्शन हुआ, उन्हें इस बारे में खबर तक नहीं थी.
बैंक अकाउंट में गड़बड़ होने की जानकारी मिलते ही शिवसेना के पदाधिकारियों और बेरोजगार युवाओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैंक पर आरोप लगाए. अचानक बैंक अकाउंट में इतनी बड़ी रकम जमा होने से कई सवाल खड़े हो गए. सबसे अहम सवाल तो ये है कि इतना पैसा आया कहां से और कैसे? इसका इस्तेमाल किस लिए किया जा रहा है ? बैंक से इन सारे सवालों के जवाब की मांग की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नाशिक मर्चेंट बैंक की मालेगांव शाखा में शहर के 12 बेरोजगार युवाओं के नाम फर्जी कंपनियां बनाकर उनके अकाउंट से 10 से 15 करोड़ रुपयों तक का लेनदेन किया गया. मालेगांव बाजार समिति ने इन बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड और सिग्नेचर जैसे डॉक्यूमेंट्स ले लिए. इन्ही डॉक्यूमेंट्स का इस्तेमाल कर नासिक मर्चेंट बैंक में फर्जी अकाउंट बनाए गए. इन फर्जी अकाउंट से पिछले 10 से 15 दिनों में करोड़ों रुपयों का वित्तीय लेनदेन किए जाने की बात सामने आई है.