● कल्याण में बह रही है शिवमहापुराण की गंगा .
अमिताभ श्रीवास्तव /मुंबई वार्ता

कल्याण के खड़कपाडा क्षेत्र में गाँवदेवी मंदिर प्रांगण इन दिनों शिवमय बना हुआ है जहाँ सार्वभौम सनातन धर्म महासभा की ओर से चल रहे शिवमहापुराण कथा आयोजन के दूसरे दिन भक्तों ने जगद्गुरु चैतन्य गोपेश्वरदेव महाराज के मुखारविन्द से रुद्राक्ष, भस्म और बिल्व पत्र के महत्व को जाना।


महाराज ने बताया कि भस्म और रुद्राक्ष धारण किया हुआ भक्त देवतुल्य माना जाता है। यह कितना विशेष अवसर है कि यहाँ उज्जैन के महाकाल की भस्म और नेपाल से आए रुद्राक्ष का वितरण भी हो रहा है, यह शिव की कृपा ही है।
शिव पुराण के दूसरे दिन बिल्व पत्र के महत्व से लेकर नारद के अहंकार, माता सती के संशय और शिव द्वारा उनके त्याग का अद्भुत वर्णन करते हुए जगद्गुरु ने भक्तगणो को मन्त्रमुग्ध कर दिया। कथा के मध्य रागमय भजन और सुमधुर संगीत से उपस्थित श्रोतागणो झूम उठे।
कथा आयोजन में प्रतिदिन जप्रशांति वेलफेयर ट्रस्ट के सौजन्य से शीतल जल और शरबत का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है।