मुंबई वार्ता/सतीश सोनी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को अपनी दृढ़ राय व्यक्त की कि भाजपा को अब महाराष्ट्र में किसी की ज़रूरत नहीं है, बल्कि वह अपने बल पर एक मज़बूत पार्टी के रूप में खड़ी है। शाह ने कार्यकर्ताओं को ऐसा मंत्र भी दिया कि वे विपक्ष को खत्म कर दें या आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में उन्हें दूरबीन से भी नज़र न आए।


राजनीतिक गलियारों में इस बात पर बहस चल रही है कि शाह का यह सांकेतिक बयान कि भाजपा को अब राज्य में किसी की ज़रूरत नहीं है, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को संबोधित था या अजित पवार को। क्योंकि अमित शाह ने पिछले साल बयान दिया था कि भाजपा २०२९ में अपने बल पर राज्य में सत्ता में आएगी।चर्चगेट स्थित भाजपा कार्यालय का शिलान्यास शाह ने किया। उस समय शाह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण, मुंबई अध्यक्ष अमित साटम और भाजपा के सभी मंत्री, विधायक और सांसद मौजूद थे।
शाह ने स्पष्ट किया कि स्थानीय निकाय चुनाव जीतकर ट्रिपल इंजन वाली सरकार सत्ता में आनी चाहिए। भाजपा ने हमेशा नीति के आधार पर राजनीति करते हुए देश के नागरिकों के कल्याण के लिए कड़ा संघर्ष किया है। भाजपा राज्य में चौथे स्थान पर थी। अब वह नंबर एक की मज़बूत पार्टी बन गई है।
शाह ने कहा कि जनसंघ के बाद भाजपा का गठन हुआ और तत्कालीन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ‘अंधेरा छंटेगा, कमल खिलेगा…’ का नारा बुलंद किया। पार्टी के सफ़र में वाजपेयी बाद में प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी पिछले 11 सालों में तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। यह पार्टी के लिए गर्व की बात है। फडणवीस के नेतृत्व में पार्टी तीसरी बार महाराष्ट्र की सत्ता में आई है।



इसलिए भाजपा के सहयोगी दल कमजोर हो रहे हैं