■ फलटण की घटना राजनीति का नहीं, बल्कि महिला सुरक्षा का मुद्दा है। पूर्व सांसद को मुख्यमंत्री की ओर से क्लीन चिट देना, इस षड्यंत्र में शामिल होने का प्रमाण है।
■ पुणे के जैन बोर्डिंग भूमि घोटाले में सिर्फ सौदा रद्द करना काफी नहीं, बल्कि इसमें शामिल सभी लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
मुंबई वार्ता संवाददाता

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने फलटण की महिला डॉक्टर आत्महत्या प्रकरण पर जो संवेदना व्यक्त की है, वैसी संवेदना हर किसी के मन में होनी चाहिए। राहुल गांधी ने जो भावना व्यक्त की है, वह पूरी तरह उचित है। यह राजनीति का नहीं, बल्कि महिला सुरक्षा का मामला है। इस संदर्भ में राहुल गांधी का ट्वीट मार्गदर्शक की तरह देखा जाना चाहिए। मुख्यमंत्री फडणवीस ने उनके ट्वीट की जो आलोचना की है, वह राजधर्म के अनुरूप नहीं है, ऐसा जवाब महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने दिया है।


मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि फलटण उपजिला अस्पताल की महिला डॉक्टर की आत्महत्या अत्यंत गंभीर और संवेदनशील मामला है। राहुल गांधी ने उसी संदर्भ में अपनी भावना व्यक्त की है। देवेंद्र फडणवीस एक नाकाम गृह मंत्री साबित हुए हैं। उनके कार्यकाल में महिला सुरक्षा का प्रश्न बेहद गंभीर बन गया है। दूसरी ओर, फडणवीस के गृहमंत्री रहते राज्य को “कोयता गैंग”, “आका” और “खोक्यांची” जैसी सौगातें मिली हैं। कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।


राज्य को अब कम से कम एक पूर्णकालिक गृह मंत्री की आवश्यकता है, लेकिन फडणवीस को गडचिरोली की खानों और प्रधानमंत्री पद की अधिक चिंता है, कानून-व्यवस्था, विकास और महिला सुरक्षा से उनका कोई लेना-देना नहीं रह गया है।भाजपा अब एक “वॉशिंग मशीन” बन गई है। अजित पवार, छगन भुजबळ सहित कई लोगों पर भाजपा ने पहले भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, लेकिन बाद में उन्हीं को पार्टी और सत्ता में शामिल कर उन्हें पवित्र बना दिया। फलटण की घटना में पूर्व सांसद का नाम आने के बावजूद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें क्लीन चिट दी — इसका मतलब यही है कि वे खुद इस षड्यंत्र में सहभागी हैं, ऐसा हर्षवर्धन सपकाल ने कहा।
महायुती का किसान पैकेज एक ढोंग…महायुती सरकार ने राज्य को कर्ज में डुबो दिया है, इसलिए उनके पास किसी योजना के लिए पैसा ही नहीं है। प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए धन नहीं है, “लाडकी बहिण” योजना के लिए भी पैसे नहीं हैं। प्रधानमंत्री के महाराष्ट्र दौरे से पहले किसानों के लिए 32 हजार करोड़ का पैकेज घोषित किया गया — यह पैकेज झूठा था, हमने पहले ही कहा था और अब उसका असली चेहरा सामने आ गया है। यह पैकेज एक ढोंग है। किसानों को प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपये की मदद दी जानी चाहिए, रबी सीजन के लिए बीज और खाद मुफ्त दिए जाएं और कर्जमाफी की जाए। एक मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्रियों को दिल्ली जाकर राज्य के लिए विशेष पैकेज लाना चाहिए, ऐसा भी हर्षवर्धन सपकाल ने कहा।
जैन बोर्डिंग प्रकरण में कठोर कार्रवाई करें…जैन बोर्डिंग की जमीन को केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल हड़पने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन जब यह मामला सार्वजनिक हुआ, तो उन्हें बचाने के लिए यह सौदा रद्द करना पड़ा। मगर सिर्फ सौदा रद्द करना पर्याप्त नहीं है — इस पूरे घोटाले में जो लोग शामिल थे, उन सब पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। जमीन हड़पने की साजिश में कौन-कौन शामिल था, इसका खुलासा होना जरूरी है, ऐसा भी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा।


