मुंबई वार्ता/सतीश सोनी

समय पर शादी न होना हममें से कई लोगों की समस्या है। इस समस्या का फायदा उठाकर रिश्तेदारों को ठगने वाले गिरोह भी सक्रिय हैं। इसी तरह की घटना परभणी जिले के गंगाखेड तालुका के धारखेड में भी हुई है। यहां एक युवक के साथ शादी के नाम पर आर्थिक ठगी का मामला सामने आया है।


मिली जानकारी के अनुसार गंगाखेड तालुका के धारखेड के शिकायतकर्ता रामभाऊ भालके ने अपने परिचित गवन बचाते, शेषराव चिंतलवार से शादी के लिए लड़कियां ढूंढने को कहा था। उस समय भालके और उनके रिश्तेदारों को जलगांव में विवाह स्थल होने की बात कहकर जलगांव ले जाया गया। भालके को जलगांव की मनीषा पाटिल की बेटी गायत्री नामक दुल्हन को शादी के लिए दिखाने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
लड़के द्वारा लड़की चुनने के बाद लड़की के माता-पिता गरीब थे, उन्होंने शर्त रखी कि लड़की का परिवार उसे तीन लाख रुपए, साथ ही सोने-चांदी के गहने और कपड़े दे। तब रामभाऊ भालके ने दुल्हन के रिश्तेदारों से तीन लाख रुपए, सोने का मंगलसूत्र, कानों में सोने का झूमर, चांदी की चेन, एक जोड़ी जूते और कपड़े ले लिए। २७ जून को धारखेड में कुछ रिश्तेदारों की मौजूदगी में भालके के बेटे की शादी गायत्री से हुई थी। २९ जून को सत्यनारायण पूजा हुई। उस समय भालके के घर पर फोन आया कि गायत्री के पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, और उसे जलगांव लेकर आएं। इस फोन के अगले ही दिन गायत्री अपने पति और अन्य रिश्तेदारों के साथ निजी वाहन से जलगांव के लिए रवाना हो गई।
उस समय गायत्री के रिश्तेदार उससे मनमाड में मिले। उन्होंने मनमाड कोर्ट में काम होने की बात कहकर गायत्री के पति और ससुराल वालों को मनमाड में ही रहने को कहा। इसके बाद दुल्हन के परिवार वाले गायत्री को ले गए। कुछ समय बाद शिकायतकर्ता भालके ने गायत्री और उसके परिवार वालों को फोन करके संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन, उनसे संपर्क नहीं हो सका, आखिरकार ठगे जाने का अहसास होने पर भालके ने शुक्रवार रात (4 जुलाई, 2025) को गंगाखेड पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
इस शिकायत के आधार पर, नवविवाहितों को शादी के बहाने ले जाने और उनसे 3 लाख 66 हजार 960 रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में जलगांव के सभी निवासी भगवान बचाटे गंगाखेड, शेशेराव चिंतलवार नांदेड़, शिवाजी वाघाटकर नांदेड़, मनीषा पाटिल, मीनाक्षी जैन, मीना बोरसे, सुजात ठाकुर, अक्षय जोशी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। चूंकि यह मामला जलगांव का है, इसलिए जांच जलगांव पुलिस को सौंप दी गई है।