मुंबई वार्ता /राजेश विक्रांत

डॉ. शिवम् तिवारी को 23 मार्च 2025 को सरदार पटेल विश्वविद्यालय, आणंद (गुजरात) के एम पी पटेल सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान गौरवपूर्ण *सम्मेलन सम्मान* से विभूषित किया गया।
प्रतापगढ़ (उ. प्र.) के निवासी, 05 पुस्तकों के लेखक एवं 20 पुस्तकों के संपादक,ख्याति लब्ध साहित्यकार, परा प्रतिभा के धनी,15 वर्ष से केंद्र सरकार में पदस्थ तथा महज 33 वर्ष की उम्र में अनेकशः उपलब्धियों को अपने नाम कर चुके हैं डॉ. शिवम् तिवारी। उन्हें 23 मार्च 2025 को सरदार पटेल विश्वविद्यालय, आणंद (गुजरात) के एम पी पटेल सभागार में आयोजित वर्ष 1910 में स्थापित राष्ट्र की सर्वाधिक प्राचीन साहित्यिक संस्था हिंदी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग के 76 वें भव्य अधिवेशन में राष्ट्रभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में की गई उल्लेखनीय सेवाओं के लिए सम्मानित कियागया।
उन्हें सरदार पटेल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. निरंजन भाई पटेल, हिंदी साहित्य सम्मेलन के सभापति एवं देश के शीर्षस्थ साहित्य मनीषी प्रो. सूर्य प्रसाद दीक्षित एवं संस्था के प्रधानमंत्री कुंतक मिश्र के कर कमलों से अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह भेंट कर गौरवपूर्ण *सम्मेलन सम्मान* से विभूषित किया गया।
इस अवसर पर *संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पद्मश्री प्रो.अभिराज राजेंद्र मिश्र एवं चौधरी चरण सिंह, मेरठ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पद्मश्री प्रो.रविन्द्र कुमार* की विशेष उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
वर्तमान में डॉ. तिवारी राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ (चंडीगढ़) में शोधरत हैं तथा युवा चेतना अभियान के नेतृत्वकर्ता हैं।
सम्मान समारोह में गुजरात साहित्य अकादमी के महामंत्री डॉ. जयेंद्र सिंह जादव, हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग के कार्यवाहक सभापति डॉ. विभूति मिश्र, डीन एवं विभागाध्यक्ष प्रो. कल्पना गवली, हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. दिलीप मेहरा, पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. एच एन दुबे, साहित्यकार मनोज चंद तिवारी, पवित्र तिवारी, दुर्गा नंद शर्मा, अंजनी पटेल आदि विद्वान उपस्थित रहे।