- पुलिस टीम पर किया था जानलेवा हमला
मुंबई (सं. भा.) दिंडोशी पुलिस ने मालाड पूर्व में हुई एक सशस्त्र डकैती मैं शामिल चड्डी बनियान गिरोह के आरोपी को 26 साल बाद सफलतापूर्वक गिरफ्तार किया है। डकैती के दौरान अपराधियों ने पुलिस टीम पर पत्थरों से हमला भी किया था। आरोपी की पहचान 55 वर्षीय शंकर बाजीराव काले उर्फ नाना के रूप में हुई है, जो 6 महीने की जेल की सजा के बाद जमानत पर रिहा होने के बाद भाग गया था। सालों की छुपने की कोशिश के बाद आखिरकार पुलिस उसे पकड़ने में कामयाब रही है। 5 अक्टूबर 1996 को मालाड के एलोरा कोऑपरेटिव सोसाइटी में छत्रपति शिवाजी महाराज चौक के पास कुख्यात चड्डी बनियान गिरोह ने हथियारबंद डकैती की थी। जब आरोपियों ने घटनास्थल से भागने की कोशिश की, तो गश्त कर रहे पुलिस अधिकारियों ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की।
हालांकि, गिरोह ने पत्थरबाजी करने के अलावा अधिकारियों पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला भी किया था। हमले में कई पुलिसकर्मी और गवाह गंभीर रूप से घायल हो गए। जवाब में, पुलिस को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी। उस दौरान मुठभेड़ में गिरोह का सरगना मारा गया था।
हालांकि, उसके चार साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे और लूट का माल अपने साथ ले गए थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस और क्राइम ब्रांच को अपराधियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने का आदेश दिया था।
इस विशेष अभियान के परिणामस्वरूप, शंकर काले सहित गिरोह के तीन सदस्यों को संभाजी नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया, काले ने 6 महीने जेल में बिताए, पर जमानत पर रिहा हो गया था। जमानत मिलने के तुरंत बाद शंकर काले फरार हो गया और आगे की अदालती सुनवाई में पेश नहीं हुआ। नतीजतन, पुलिस ने उसे खोजने के लिए एक और विशेष अभियान शुरू किया था।