नागपुर/ मुंबई वार्ता संवाददाता

कल्याण हमला मामले में मराठी समूदाय पर हुए हमले को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है. दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है. मुंबई मराठी लोगों की अस्मिता है. किसी भी परिस्थिति में मराठी भाषी लोगों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा. यह प्रतिपादन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधान परिषद में दिया.
कल्याण में मराठी परिवार पर हुए हमले को लेकर विधान परिषद सदस्य एडवोकेट अनिल परब ने विधान परिषद नियम 289 के तहत मुद्दा उपस्थित किया था . मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसका उत्तर सदन में दिया.
इस चर्चा में विधान परिषद सदस्य शशीकांत शिंदे अरुण उर्फ भाई जगताप, सचिन अहिर ने भी हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री फड़णवीस ने कहा कि कल्याण की एक सोसायटी में झगड़े में अखिलेश शुक्ला और उनकी पत्नी ने एक मराठी व्यक्ति का अपमान किया. इस मामले में खड़कपाड़ा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. शुक्ला ‘एमटीडीसी’ के कर्मचारी हैं और उन्हें निलंबित करने की कार्यवाही चल रही है.महाराष्ट्र, मुंबई मराठी लोगों की अस्मिता है. मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है, इसलिए देश भर से विभिन्न समाज और समुदाय यहां आते हैं और शांति से रहते हैं.
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि उत्तर प्रदेश के कई लोग मराठी भाषा अच्छी तरह बोलते हैं, कई मराठी त्यौहार मनाते हैं। लेकिन ऐसे कुछ लोगों के कारण सामाजिक सौहार्द बिगड़ता है.
मुख्यमंत्री फड़णवीस ने कहा कि किसी को किस तरह का आहार लेना चाहिए इसकी आजादी संविधान ने दी है. लेकिन इस तरह से रोकने का अधिकार किसी को नहीं है. इस आधार पर भेदभाव स्वीकार्य नहीं है. ऐसी शिकायतों पर उचित कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि देश में विविधता बरकरार रहनी चाहिए, यह हमारी जिम्मेदारी है . क्षेत्रीय अस्मिता यानी मराठी होने का हमें अभिमान है. उस पर आघात किया गया तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.