मुंबई वार्ता/ श्रीश उपाध्याय

स्कूल शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे ने कहा कि,” नवीनतम तकनीक के माध्यम से शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी ताकि गरीब परिवारों के छात्रों को प्रतिस्पर्धी युग में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।”
मंत्री भुसे ने स्कूल शिक्षा विभाग का कार्यभार संभाला
स्कूल शिक्षा मंत्री भुसे ने कहा कि ,”छात्र स्कूल शिक्षा विभाग का केंद्र बिंदु होंगे. विभाग सुखद शिक्षण पद्धति के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का कार्य करेगा। प्रदेश में पहली से 12वीं कक्षा तक ढाई करोड़ विद्यार्थी हैं। 1 लाख 8 हजार स्कूल और 7 लाख 29 हजार शिक्षक हैं. विभिन्न गतिविधि योजनाओं के लिए कार्ययोजना तैयार की जाएगी। अगले कुछ दिनों में हम शिक्षकों, छात्रों, अभिभावकों, शिक्षण संस्थानों से चर्चा करेंगे और उनके विचार और अनुभव जानेंगे। शिक्षकों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। इसके लिए ग्रामीणों व अभिभावकों से भी सहयोग का अनुरोध किया जायेगा.स्कूल में छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा. विभाग छात्र हित में निर्णय लेने के लिए कृतसंकल्पित है।”
भुसे ने इस समय कहा,”महाराष्ट्र, शैक्षिक आंदोलन की विरासत है। शिक्षा क्षेत्र की गौरवशाली परंपरा रही है। “
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री पंकज भोयर ने कहा कि,” यह परंपरा जारी रहेगी.”
इस अवसर पर उपस्थित विभिन्न 50 छात्रों ने मीडिया से बातचीत की.