■ 75 दिव्यांग विद्यार्थियों को 10-10 हजार की ‘छात्रवृत्ति’ धनादेश हेतु चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से 100 दिव्यांगों को कृत्रिम अंग
वरिष्ठ संवाददाता /मुंबई वार्ता

दिव्यांगों के लिए पिछले दो दशक से काम करने वाली सामाजिक संस्था हेतु चैरिटेबल के तत्वावधान में आयोजित एक समारोह में दृष्टिहीन दिव्यांगों को एआई तकनीक से युक्त 150 स्मार्ट चश्मे प्रदान किए गए। मालाड पश्चिम, मार्वे रोड स्थित अस्पी ऑडिटोरियम में हुए समारोह में 75 दिव्यांग परिवार के बच्चों को 10-10 हजार की छात्रवृत्ति प्रदान गई। साथ ही 100 दिव्यांगों को कृत्रिम अंग वितरित किए गए।
हेतु चैरिटेबल ट्रस्ट के सचिव रिखब चंद जैन (चौधरी) ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्था द्वारा दिव्यांगों और उनके परिवारों को उपलब्ध कराए गए रोजगार समेत सभी गतिविधियों की जानकारी दी।


हेतु चैरिटेबल ट्रस्ट 20 साल से दृष्टिहीन दिव्यांगों के बच्चों को गोद लेकर शिक्षा दिलाने का कार्य करती आ रही है। समारोह में कार्यक्रम के प्रेरणास्रोत, बॉम्बे हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति तथा महाराष्ट्र राज्य मानवाधिकार आयोग के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस कमल किशोर तातेड़ के साथ मुख्य अतिथि के रूप में उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति संदीप मेहता, विशेष अतिथि कैबिनेट मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति शिवकुमार डिगे, महाराष्ट्र राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अनंत बदर, प्रदीप राठौड़ आदि मौजूद थे।
सभी अतिथियों द्वारा 150 दृष्टिहीन विद्यार्थियों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक पर युक्त स्मार्ट डिवाइस ‘दृष्टि’ चश्मे वितरित किए गए। साथ ही 75 दिव्यांग विद्यार्थियों को 10-10 हजार रुपए छात्रवृत्ति प्रदान की गई। इस अवसर पर कपिल कुमार. आर. अग्रवाल, संदीप ओमप्रकाश अग्रवाल, विकास. एस. कवाड़, विनय छेड़ा, धर्मेश मंडालिया, हीराभाई पटेल, अनिल बाबेल, धवल धरोड़, महेश जेजानी आदि उपस्थित थे।