मुंबई (सं. भा.) बीएमसी के अंतर्गत आने वाले अग्निशमन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के जाल में फंसने के बाद शौचालय में नोटों की गड्डी बहा दी थी। जिसके बाद एसीबी के अधिकारियों ने दहिसर में सेप्टिक टैंक के साथ ही 20 से अधिक गटरों की सफाई की, ताकि रिश्वत की रकम बरामद की जा सके। एसीबी ने एक कंपनी के लिए काम करने वाले 40 वर्षीय संपर्क अधिकारी की शिकायत के बाद कार्रवाई शरू की।
बोरीवली के एक रेस्तरां ने कंपनी की सेवाएं ली थीं। करीब एक महीने पहले रेस्टोरेंट ने संपर्क अधिकारी के माध्यम से पीएनजी गैस कनेक्शन लगाने के लिए बृहन्मुंबई फायर ब्रिगेड पोर्टल के माध्यम से एनओसी के लिए आवेदन किया था।
इसके बाद शिकायतकर्ता ने बीएमसी के वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी प्रहलाद शितोले से दहिसर में न्यू लिंक रोड स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात की। साइट पर जाने के बाद अधिकारी ने एनओसी जारी करने के लिए शुरू में 1,30,000 रुपये की रिश्वत मांगी जिसे उन्होंने कैलकुलेटर में टाइप करके शिकायतकर्ता को दिखाया।
जब संपर्क अधिकारी ने रिश्वत देने से इनकार कर दिया, तो शितोले ने अपनी मांग घटाकर 80,000 रुपये कर दी। जिसे उसने फिर से कैलकुलेटर में टाइप करके दिखाया।