राजन बलसाने /मुंबई वार्ता

शहर में स्थित बिरला समूह की सेंचुरी रेयान पिछले कई दिनों से यूनियन विवादों से जूझ रही है। 18 मार्च 2025 को हुए चुनाव गलत तरीके से कराए गए। 2022 में बोनस समझौता हुआ, उस समय श्रमिकों के वेतन से 90 लाख रुपये का यूनियन अनुदान प्राप्त हुआ था।


सेंचुरी रेयान श्रमिक संघर्ष समिति ने इस अनुदान के दुरुपयोग के संबंध में श्रम आयुक्त से अपील की थी। श्रम आयुक्त ने दोनों मामलों में साढ़े तीन महीने की मोहलत ली और दोनों मामलों में उन्हें श्रम न्यायालय जाने की अनुमति दी। इस अनुमति के बाद सेंचुरी रेयान श्रमिक संघ के मोहन कंडारे और श्रमिकों ने कंपनी गेट पर श्रमिकों को सूचित किया और कंपनी के बाहर पटाखे फोड़कर जश्न मनाया। इस जीत के उपलक्ष्य में श्रमिकों को लड्डू बांटे गए।


