सौर ऊर्जा का होगा इस्तेमाल
ठाणे (सं. भा.) राज्य सरकार ने जैव विविधता के संरक्षण के लिए कदम बढ़ाया है। इसके तहत ठाणे, मुंबई और रायगड जिलों के 195 अति संवेदनशील क्षेत्रों में 669 सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला किया है। सरकार मैंग्रोव वाले शहरों, ग्रामीण क्षेत्रों, नदियों और खाड़ियों में जैव विविधता बढ़ा रही है। पर्यावरण प्रेमियों ने सरकार से कहा था कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में खुले स्थानों पर निर्माण और नागरिक सुविधाओं का कब्जा हो रहा है। बालू माफिया मैंग्रोव को नष्ट कर उनसे रेत निकाल रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में भू-माफिया मैंग्रोव को काटकर उनमें अवैध चॉल, इमारतें, कमर्शियल ब्लॉक, गोदाम बना रहे हैं। सरकार ने पर्यवरण प्रमियों की बातों को संज्ञान लेते हुए सीसीटीवी लगाने का निर्णय लिया है। इस कार्य के लिए 119 करोड़ 88 लाख रुपए की निधि स्वीकृत की गई है।
वन विभाग के मुताबिक, अत्यधिक संवेदनशील मैंग्रोव वाले क्षेत्र में मुंबई, नवी मुंबई, उरण, पनवेल, भिवंडी, ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, मुंब्रा, मीरा-भायंदर, वसई-विरार क्षेत्र के कुछ हिस्से शामिल हैं। चूंकि मैंग्रोव दलदल, खाड़ी, नदी के किनारे पर उगता है और इनका संरक्षण करना जरुरी हो गया है। इसलिए ये सीसीटीवी नवीनतम तकनीक का उपयोग करके सौर ऊर्जा पर चलाए जाएंगे।
मैंग्रोव वाले क्षेत्र के जिन इलाकों में शहरीकरण और औद्योगीकरण हो रहा है, उन्हें अत्यधिक संवेदनशील के रूप में चिह्नित किया गया है। इसका संरक्षण जरूरी है। अगर यह पायलट प्रयोग सफल रहा तो अन्य इलाकों में भी सीसीटीवी लगाने का काम किया जाएगा।- समीर शिंदे, वनक्षेत्रपाल, ठाणे